मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशी को मार्गशीर्ष की मासिक शिवरात्रि

देहरादून। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. इस समय मार्गशीर्ष माह का कृष्ण पक्ष चल रहा है. मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशी को मार्गशीर्ष की मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी. इस दिन व्रत रखा जाता है और भगवान की शिव की पूजा रात्रि के प्रहर में करते हैं. वैसे आप दिन में भी पूजा कर सकते हैं. शिव कृपा से दुखों का नाश होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पद्वा की चतुर्दशी तिथि की शुरूआत 22 नवंबर दिन मंगलवार को सुबह 08 बजकर 49 मिनट से हो रही है. यह तिथि 23 नवंबर दिन बुधवार को सुबह 06 बजकर 53 मिनट तक मान्य है.शिवरात्रि में रात्रि प्रहर की पूजा का मुहूर्त देखते हैं, जो इस बार 22 नवंबर को प्राप्त हो रहा है. ऐसे में मार्गशीर्ष माह की मासिक शिवरात्रि 22 नवंबर को मनाई जाएगी.
मार्गशीर्ष माह की मासिक शिवरात्रि के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 41 मिनट से देर रात 12 बजकर 34 मिनट तक है. इस दिन इस मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. हालांकि शिवरात्रि को दिन में भी पूजा करते हैं. सूर्योदय के बाद आप कभी भी शिव जी की पूजा कर सकते हैं.
मार्गशीर्ष की मासिक शिवरात्रि के दिन दो शुभ योग सौभाग्य और शोभन योग बन रहे हैं. 22 नवंबर को प्रात:काल से लेकर शाम 06 बजकर 38 मिनट तक सौभाग्य योग है. उसके बाद से शोभन योग लग रहा है.
शिवरात्रि के दिन शिव परिवार की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए. शिव जी को उनके प्रिय फूल, बेलपत्र, गंगाजल आदि अवश्य अर्पित करें. इस दिन शिव मंत्रों का जाप करने से सिद्धियों की प्राप्ति होती है. शिव मंत्रों को सिद्ध करने के लिए निशिता काल में पूजा करते हैं और मंत्रों का जाप करते हैं.