जोशीमठ आपदा में वलियों के सहारे चट्टान को रोकने का प्रयास
जोशीमठ। सिंघार में एक चट्टान पर इतनी दरारें आ गई है उसका टूटना तय है इसके नीचे से डिग्री कॉलेज का भवन है प्रशासन तथा कुछ लोगों ने इस पत्थर को रोकने के लिए पाइप की बलिया लगाकर रोकने का प्रयास किया गया नहीं लगता कि यह प्रयास सफल हो पाएगा जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के अतुल सती का आरोप है कि सरकार के द्वारा आपदा प्रबंधन का समुचित काम करने की जगह सरकार मदारी की तरह नौटंकी का काम कर रही है जो चिंता का विषय है 1 माह से भी अधिक हो गया आज तक पुनर्वास की कार्रवाई नहीं हो पाई सरकार की तरफ से रूस 4:00 बजे शाम को आपदा प्रबंधन सचिव की प्रेस कॉन्फ्रेंस की माध्यम से आपदा प्रबंधन की जानकारी दी जाती है वही रटी रटायी जानकारी दी जाती रही है उनका कहना है कि जोशीमठ को बचाने के लिए समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए हम लोगों पर लगे आरोप बुद्धि से ध्यान भटकाने का काम राज्य सरकार के मुख्यमंत्री एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कर रहे हैं। जोशीमठ में लगातार दरारें बढ़ रही है सरकार कह रही है कि दरारे नहीं बढ़ रही सरकार के कहने पर प्रकृति कुछ नहीं करती जो कुछ हो रहा है वह सच्चाई है आशा है कि सरकार पुनर्वास के लिए कुछ ठोस कदम उठायेगी। वहीं दूसरी ओर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति का आंदोलन जारी है।