महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त कहना भाजपा नेताओं की विक्षिप्त मानसिकताः करन माहरा
देहरादून 8 जून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताये जाने पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए इसे भाजपा नेताओं की विक्षिप्त मानसिकता करार दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त कह कर त्रिवेन्द्र सिंह रावत क्या साबित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता समय-समय पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का अपमान करते रहे हैं इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी उन्हें चालाक बनिया कहकर अपमानित करने का काम किया था आज पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने तुष्टीकरण की सारी सीमायें पार करते हुए महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त तक कह डाला। उन्होंने कहा कि यदि कुछ समय बात भाजपा नेता नाथूराम गोडसे को भारत रत्न देने की मांग करने लगेंगे तो इसमें भी कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि जब पूरा देश आजादी की लड़ाई लड रहा था तब भाजपा से जुड़े संगठन अंग्रेजों की मुखबिरी करते हुए देशभक्तों को जेल भिजवाने का काम कर रहे थे और आज सत्ता में बैठकर उन्ही देशभक्तों को देशद्रोही और हत्यारों तथा मुखविरों को देशभक्त ठहराने पर तुले हुए हैं। करन माहरा ने यह भी कहा कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पूरी भाजपा के मन की बात बाहर निकाली है, दरसल भाजपा तथा उससे जुडे संगठन आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के साथ खड़े थे तथा अंग्रेज जाते हुए उन्हें मुखबिरी की ऐबज में एक मंत्र देकर गये कि भारत देश में केवल लोगों को भ्रमित करने तथा धर्म के नाम पर लडा कर बांटों और राज करो की नीति पर चल कर ही सत्ता में बने रहा जा सकता है। आज देश संविधान, कानून से नहीं केवल सत्ता का दुरूपयोग कर चलाया जा रहा है। देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महापुरूषों का अपमान ही भाजपा का उद्देश्य रह गया है तथा जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अग्रेजों का साथ दिया उनको महिमा मंडित किया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि भाजपा नेता कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल गांधी का अपमान करने से भी नहीं चूकते हैं तथा बार-बार उन पर व्यक्तिगत छीटाकशी करने से बाज नहीं आते हैं।