सर्राफा व्यापारी के यहाँ हुयी चोरी का खुलासा, 230 ग्राम सोना बरामद
देहरादून, 23 अगस्त। मिशन प्रहार के अन्तर्गत दून पुुलिस को बडी कामयाबी मिली। कोतवाली नगर पुलिस ने धामावाला बाजार में सर्राफा व्यापारी के यहाँ हुयी 230 ग्राम सोने की चोरी का खुलासा करते हुये चोरी के माल सहित 03 अभियुक्तों को शत प्रतिशत माल बरामदगी के साथ गिरफ्तार कर लिया हैं. पुलिस के अनुसार कारीगर ही निकला घटना का मास्टर माइन्ड।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अजय वर्मा पुत्र ओमवीर वर्मा निवासी सरस्वती मार्केट धामावाला बाजार कोतवाली नगर देहरादून द्वारा चौकी लक्खीबाग कोतवाली नगर देहरादून मे तहरीर देते हुये पुलिस को बताया कि जब वह दुकान पर पहुँचे तो उनका कारीगर सोमनाथ अधिकारी दुकान पर मौजूद नही मिला, जब उनके द्वारा दुकान में रखा हुआ सोने का सामान चैक किया गया तो उनके द्वारा कारीगर सोमनाथ को दिया हुआ 230 ग्राम सोना भी गायब था। जब उनके द्वारा कारीगर सोमनाथ को फोन मिलाया तो उसका फोन लगातार बन्द आ रहा था। तहरीर के आधार पर चौकी लक्खीबाग कोतवाली नगर देहरादून पर तत्काल् मुकदमा अपराध सख्या -356/23 धारा 381 भादवि बनाम बाईस्तबा सोमनाथ अधिकारी पंजीकृत करते हुए घटना से तत्काल उच्चाधिकारीगणों को अवगत कराया गया। घटना की गम्भीरता को देखते हुए दलीप सिहं कुँवर पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा घटना के अनावरण तथा अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिये निर्देशित करते हुये पुलिस अधीक्षक नगर देहरादून श्रीमती सरिता डोभाल के मार्गदर्शन व क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम नीरज सेमवाल के निकट पर्यवेक्षण में थाना कोतवाली नगर पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली के नेतृत्व में टीम गठित की गयी। गठित टीम द्वारा वादी अजय वर्मा के कारीगर सोमनाथ अधिकारी की तलाश हेतु उसके मोबाइल नम्बर की सीडीआर का अवलोकन किया तो सोमनाथ अधिकारी द्वारा मुम्बई के कुछ नम्बरों से फोन द्वारा लगातार वार्तालाप करना प्रकाश में आया, यह भी ज्ञात हुआ कि उसके द्वारा अपना फोन 19 अगस्त को दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास बन्द किया गया, जिस पर तत्काल एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया। उक्त टीम द्वारा दिल्ली पहुँचकर स्थानीय मुखबिर तंत्र को मामूर कर निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास करीब 250 होटलों, धर्मशालाओं, गेस्ट हाउसों को चैक किया गया तथा इस दौरान मुम्बई जाने वाली ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की सूची को चैक किया गया। पुलिस द्वारा की जा रही लगातार कार्यवाही के दौरान पुलिस टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुय़ी की 22 अगस्त को सोमनाथ अधिकारी वादी अजय वर्मा की दुकान से चुराये हुये माल सहित अपने मुम्बई के एक अन्य साथी के साथ निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन दिल्ली से साय के समय मुम्बई जाने वाली ट्रेन से भागने की फिराक में है। सूचना पर विश्वास करते हुए पुलिस टीम द्वारा निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के विभिन्न प्रवेश स्थानों पर मुखबिरों के साथ निगरानी करते हुये घटना में संलिप्त सोमनाथ अधिकारी पुत्र सपन अधिकारी निवासी ग्राम गुरंगपुर पो0 नागुलपारा थाना खानाखुल जिला हुगली कलकत्ता पश्चिम बंगाल उम्र 23 वर्ष तथा उसके अन्य साथी दीवाकर पाल पुत्र रतनपाल निवासी ग्राम श्रीरामपुर पो0 तायबा थाना खानाखुल जिला हुगली कलकत्ता पश्चिम बंगाल उम्र-28 वर्ष को चुराये हुये 200 ग्राम सोने के साथ गिरफ्तार किया गया। जिनके द्वारा पूछताछ में घटना में वादी अजय वर्मा की दुकान पर काम करने वाले एक अन्य कारीगर राजीव सामन्तों पुत्र कुकील सामन्तो निवासी ग्राम धराढाव पो0-धराढाव जिला हुगली कलककत्ता पश्चिम बंगाल उम्र 43 वर्ष का भी शामिल होना बताया गया, जिसे पुलिस टीम द्वारा प्रातः राजा रोड देहरादून से चुराये गये 30 ग्राम सोने के साथ गिरफ्तार कर घटना का सफल अनावरण किया गया। पुलिसटीम की त्वरित कार्यवाही से चुराये हुये माल की शत प्रतिशत बरामदगी पर सर्राफा मण्डल धामावाला देहरादून द्वारा पुलिस टीम की प्रशंसा करते हुये आभार व्यक्त किया गया।
पूछताछ में अभियुक्त सोमनाथ अधिकारी द्वारा बताया गया कि मैं मार्च 2023 से अजय वर्मा के यहाँ पर सोने की कारीगरी का काम कर रहा हूँ, अजय वर्मा द्वारा मुझे आभूषण तैयार किये जाने हेतु 200 से 250 ग्राम सोना दिया जाता था। पिछले काफी समय से मेरे घर पर आर्थिक तंगी चल रही है, जिस कारण जून माह में मैने अजय वर्मा द्वारा दिये गये सोने मे से 20 ग्राम सोना बेचकर उससे प्राप्त धनराशि को अपने घर भिजवाया गया था। लेकिन इस बात का पता अजय वर्मा को चल गया, जिसके बाद उनके द्वारा मुझसे अपना 20 ग्राम सोना वापस मांगा गया, किन्तु आर्थिक स्थिति सही नही होने के कारण मैं सोना लौटाने में सक्षम नही था। मैने यह बात अपने साथ में काम करने वाले कारीगर राजीव सामन्तों को बतायी तो राजीव सामन्तो ने मुझसे कहा कि तुझे अजय वर्मा ने आभूषण बनाने के लिये जो सोना दिया है उसे लेकर यहाँ से भाग जा और यहां से भागकर अपने घर मत जाना तथा अपना मोबाईल फोन भी बन्द रखना यहाँ कोई दिक्कत होगी तो मैं सम्भाल लूगाँ। इस योजना में मेरा साथ देने के लिये राजीव सामन्तो ने मुझसे 30 ग्राम सोना लिया। इसके बाद मै योजनाबद्ध तरीके से राजीव सामन्तो के सिखाये अनुसार अजय वर्मा द्वारा आभूषण बनाने के लिये मुझे दिये गये सोने को लेकर यहां से भाग गया। चोरी किया हुआ सोना लेकर मेरी अपने ही बगल के गाँव के मित्र दिवाकर पाल जो की मुम्बई में सोने की कारीगरी का काम करता है के पास जाने की योजना थी, मैने दिवाकर से सम्पर्क कर उसे पूरी योजना बताई तो वो मेरा साथ देने के लिये तैयार हो गया। 19 अगस्त को प्रातः देहरादून से ट्रेन से निकलकर मैं सीधे दिल्ली पहुँच गया तथा वहां मैं एक होटल में रुक गया। मैने दिवाकर को फोन करके उसे मुम्बई से दिल्ली बुला लिया। जहाँ मैने चोरी किये माल में उसे आधा हिस्सा देने की बात कही। हमारा चोरी का माल लेकर मुम्बई भाग जाने तथा वहीं पर रहने की योजना थी। आज भी हम मुम्बई भागने की फिराक में थे तभी देहरादून पुलिस ने हमें गिरफ्तार कर लिया।