“शिक्षित बनो-संगठित रहो-संघर्ष करो” को अपनाकर आगे बढ़ने का प्रयास करें : मकवाना

देहरादून। राष्ट्रीय वाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा की सामाजिक चिन्तन बैठक में वीर शहीदों के लिए मौन रखकर शोक व्यक्त किया गया। साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेई जी की 99वी जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बैठक का आयोजन करनपुर महर्षि वाल्मीकि मन्दिर सभागार में किया गया। बैठक में बतौर मुख्य वक्ता मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यमंत्री भगवत प्रसाद मकवाना ने कहा कि 26 जनवरी 1998 को मोर्चा की स्थापना देहरादून में ही की गई थी। उसके बाद से संगठन का निरंतर विस्तार हो रहा है। देश के ज्यादातर राज्यों में मोर्चा का विस्तार हो चुका है। संगठन के माध्यम से सफाई कर्मचारियों की समस्या सरकार से हल कराया गया। कांग्रेस शासनकाल में चतुर्थ श्रेणी के पदों को समाप्त कर दिया गया। इसके बावजूद भाजपा सरकार एवं निकायों के माध्यम से वर्षों से कार्यरत सफाई कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोत्तरी कर उनके हितों को सुरक्षित किया गया। श्री मकवाना ने विश्वास दिलाया कि निकायों में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी एवं अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई नियुक्ति के लिए प्रदेश सरकार से माँग की जायेगी। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के मूल मंत्र “शिक्षित बनो-संगठित रहो-संघर्ष करो” को अपनाकर आगे बढ़ने का प्रयास करें। बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र केसला ने की एवं संचालन प्रदेश मीडिया प्रभारी विनोद घाघट ने किया। पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद कोटद्वार निवासी गौतम वाल्मीकि एवं तीन अन्य जवानों के लिए दो मिनट का मौन रखकर शोक व्यक्त किया गया। बैठक में मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धर्मपाल घाघट, प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष राकेश तिनका, प्रदेश प्रमुख महामंत्री मदन वाल्मीकि, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अनिका क्षेत्री, प्रदेश महामंत्री राजीव राजौरी, प्रदेश सचिव अनिल कुमार, अज्जू भाई, जितेंद्र राजौरी, सुधीर कुमार, आकाश पाल, अनीता देवी, अमन कुमार, सुखनंदन आदि मौजूद रहे।