राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु होंगी उत्तराखंड की सस्कृति से रु ब रु

देहरादून : दो दिवसीय दौरे के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को उत्तराखंड की समृद्ध लोक विरासत से भी परिचित कराया जाएगा। उनके सम्मुख उत्तराखंड के पांच क्षेत्रों से जुड़ी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। साथ ही उनके भोजन में उत्तराखंडी व्यंजनों को भी शामिल किया जाएगा।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का पद ग्रहण करने के बाद यह उत्तराखंड का पहला दौरा है। ऐसे में उनके स्वागत के लिए शासन व प्रशासन जोरशोर से जुटा हुआ है। इन तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। राष्ट्रपति के आठ दिसंबर को देहरादून आगमन पर शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा।इसमें राष्ट्रपति के समक्ष उत्तराखंड की संस्कृति की झलक प्रस्तुत की जाएगी। इसमें पांच सांस्कृतिक दल अपनी प्रस्तुतियां देंगे, जिनमें गढ़वाल, कुमाऊं, जौनसौर, रं समुदाय और थारू समुदाय की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल होंगी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत शगुनाखर (शुगन के अक्षर) से होगी।मुख्यमंत्री आवास में होने वाले इस स्वागत कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कार्यक्रम स्थल पहुंचकर समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि राष्ट्रपति के आगमन से संबंधित सभी व्यवस्थाएं समय से पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने राष्ट्रपति के आगमन के दौरान प्रस्तुत किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पूर्वाभ्यास का भी निरीक्षण किया।इस दौरान सचिव हरी चंद्र सेमवाल, प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन, डीआइजी गढ़वाल क्षेत्र करन सिंह नगन्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दिलीप सिंह कुंवर, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट तथा प्रशासन व पुलिस के अधिकारी मौजूद थे।