चारधाम की चोटियों, हर्षिल, हेमकुंड साहिब, गोरसों, नेलांगघाटी, धनोल्टी में हिमपात
देहरादून: मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार उत्तराखंड में वर्षा और बर्फबारी का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। शाम छह बजे से दून समेत कई क्षेत्रों में वर्षा शुरू हो गई थी। चारधाम की चोटियों, हर्षिल, हेमकुंड साहिब, गोरसों, नेलांगघाटी, धनोल्टी आदि क्षेत्र में हल्का हिमपात शुरू हो गया था। देर रात दो बजे बाद बर्फबारी तेज हो गई जो सुबह आठ बजे तक जारी रही। चकराता में भी बर्फबारी हुई है। वहीं नागटिब्बा में मौसम का तीसरा हिमपात हुआ है।देहरादून, रुड़की, हरिद्वार, ऋिषकेश, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली एवं रुद्रप्रयाग के निचले इलाकों में वर्षा होने से न्यनूतम तापमान में पांच से छह डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई।बदरीनाथ, केदानाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री में एक से तीन फिट बर्फ गिरी चुकी है। सोमवार को सुबह नौ बजे बाद वर्षा और बर्फबारी का दौर कुछ थमा, लेकिन मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार सोमवार देर रात तक वर्षा और बर्फबारी का दौर जारी रहेगा।चकराता में छावनी बाजार में हल्की बर्फ पड़ी, लेकिन चकराता के पर्यटन स्थल लोखंडी में जमकर बर्फबारी हुई है। इसके साथ ही आलू मंडी, जंगला चौकी, भंगार, धरना धार जाडी, लोखंडी आदि क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी होने से पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई है।गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बर्फबारी के कारण सोनगाड से लेकर गंगोत्री के बीच अवरुद्ध है। हाईवे का करीब 40 किलोमीटर का क्षेत्र बर्फबारी से ढक चुका है। जिसके कारण हाईवे अवरुद्ध है।क्षेत्र में बर्फबारी जारी है, जिसके कारण अभी हाईवे को सुचारू करने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। इसके अलावा धरासू यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग राड़ी टॉप के पास अवरुद्ध है। हनुमान चट्टी और जानकीचट्टी के बीच भी यमुनोत्री राजमार्ग बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हुआ है.उत्तरकाशी जनपद के 15 संपर्क मार्ग भी बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हो चुके हैं। ऋषिकेश धरासू हाईवे धरासू बैंड के पास मलबा आने के कारण अवरुद्ध है। जिसको खोलने का कार्य चल रहा है।वहीं मोरी और पुरोला क्षेत्र के करीब 80 से अधिक गांव में रविवार रात से बिजली आपूर्ति ठप है। बर्फबारी के कारण जनपद के 55 से अधिक गांव पूरी तरह से ढक चुके हैं।इससे पहले चारधाम समेत तमाम ऊंची चोटियों पर रविवार दोपहर बाद हिमपात शुरू हुआ। जबकि, निचले हिस्सों में शाम को एक से दो दौर की वर्षा हुई। जिससे प्रदेशभर में तापमान ने गोता लगाया। सर्द हवाओं ने पहाड़ से मैदान तक ठिठुरन बढ़ा दी।बागेश्वर में बादल छाए हुए हैं। वर्षा की संभावना है। उच्च हिमालय क्षेत्र में रुक रुक कर हिमपात की सूचना है। बागेश्वर केपिंडारी, फुरकिया, द्वाली में हिम कर्ण गिरने की सूचना है। ठिठुरन बढ़ गई है। लोग अलाव जलाकर ठंड से बचाव कर रहे हैं। नैनीताल और अल्मोड़ा में बादल छाए हैं।मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में सोमवार को भी मौसम का मिजाज बदला रह सकता है। उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी वर्षा-बर्फबारी होने के आसार हैं। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।जबकि, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में गरज के साथ ओलावृष्टि व तीव्र बौछार पड़ सकती हैं। देहरादून में 24 घंटे के भीतर अधिकतम पारे में करीब 12 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। बीते शनिवार को दून में जनवरी का सबसे गर्म दिन रहा।प्रदेश में रविवार को सुबह से ही बादल छाये रहे। दोपहर बाद चारधाम समेत ऊंची चोटियों में हिमपात शुरू हो गया। इसके अलावा निचले क्षेत्रों में देर शाम हल्की से मध्यम वर्षा हुई। चमोली में बदरीनाथ समेत हेमकुंड साहिब, औली व अन्य चोटियों पर हिमपात हुआ। जोशीमठ में देर शाम हल्की वर्षा हुई।उत्तरकाशी में हर्षिल घाटी, खरसाली, जानकी चट्टी, जखोल, ओसला गंगाड़, दयारा, डोडीताल, हरुंता बुग्याल, चौरंगी, राड़ी टाप क्षेत्र में पूरे दिन बादल छाए रहे और बर्फबारी की आसार बने रहे। देहरादून और मसूरी समेत आसपास के क्षेत्रों में हल्की वर्षा हुई।