हेमकुंड साहिब में बर्फ की मोटी चादर बनी परेशानी का सबब
गोपेश्वर। हेमकुंड साहिब में बर्फ की मोटी चादर परेशानी का सबब बन सकती है। राज्य के मुख्य सचिव ने प्रशासन से हेमकुंड यात्रा तैयारियों की रिपोर्ट मांगी है। प्रशासन के अधिकारी खुद हेमकुंड तक पैदल यात्रा कर तैयारियों का हाल जानने गए हैं।जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक हेमकुंड साहिब की यात्रा तैयारियों को लेकर हेमकुंड गए हैं। मुख्य सचिव ने हेमकुंड में अत्यधिक बर्फ होने के कारण प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी।जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल सहित विभागीय अधिकारी हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर यात्रा व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत देखने के लिए हेमकुंड गए हैं। उनके साथ गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मेनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह भी साथ हैं। अधिकारियों के शाम तक लौटने की उम्मीद है।हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के यात्रा को लेकर सात दिन बचे हैं। लेकिन हेमकुंड में अभी भी आठ फीट से अधिक बर्फ जमी है। यात्रा को लेकर मुख्य सचिव ने जिला प्रशासन से यात्रा की तैयारियों को लेकर फीड बैक ली है। यात्रा का संचालन करने वाली गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मेनेजमेंट ट्रस्ट ने प्रशासन को अवगत कराया है कि यात्रा की तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएगी। लेकिन अगर मौसम खराब हुआ तो हेमकुंड यात्रा पर दुश्वारियां बढ़ सकती है।हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट आगामी 20 मई को खुलने हैं। लेकिन अभी हेमकुंड साहिब तक रास्ते की बर्फ पूरी तरह से नहीं हटाई गई है। हालांकि सेना हेमकुंड तक रास्ता काटकर पहले ही पहुंच चुकी थी। सेना के जवान अब रास्ते को सुरक्षित काटकर पगडंडी बनाने के कार्य में जुटी है।बताया गया कि अटलकोटी से हेमकुंड तक पैदल मार्ग पर बर्फ है। अटलाकोटी में आठ फीट ऊंचा हिमखंड है। वहीं हेमकुंड साहिब में भी आठ फीट से अधिक बर्फ जमी है। सेना ने अटलाकोटी हिमखंड को काटकर रास्ता बनाने में जुटी है। जिसे दो दिन में कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अटलाकोटी से हेमकुंड तक तीन किमी क्षेत्र में सीढियों से बर्फ हटाकर पैदल मार्ग सुचारु कर दिया गया है।गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मेनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र जीत बिंद्री ने बताया कि हेमकुंड साहिब यात्रा तैयारियां अंतिम चरण में है। यात्रा से पूर्व बर्फ हटाकर रास्ता सुचारु कर लिया जाएगा। सेना के जवान व सेवादार हेमकुंड में रह कर रास्ता बनाने के कार्य में जुटे हैं। हेमकुंड में गुरुद्वारे के आस पास बर्फ हटा दी गई है। इसके अलावा यात्रा काल के लिए लंगर हेतु राशन भी पहुंचाया जा रहा है।