उत्तराखंड क्रांति दल ने किया विपिन दा को याद

देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल के शिल्पी, पूर्व अध्यक्ष व पूर्व विधायक स्व. विपिन चंद्र त्रिपाठी की 20 वीं पुण्यतिथि पर उक्रांद द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व अध्यक्ष विधायक स्व. विपिन चंद्र त्रिपाठी की 20 वीं पुण्यतिथि पर उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए उन्हे याद किया गया। इस अवसर वक्ताओं नें कहा कि स्व. विपिन त्रिपाठी का सादगी जीवन, उच्च विचार, सांगठनिक सोच ने ही उनको शिल्पी का दर्जा दिया गया। राज्य आंदोलन के दौर में पुरे संगठन को एक सूत्र में रखकर आंदोलन को आगे सफल बनाने कि परख केवल विपिन दा ही करते रहे। सन 1992 को दल द्वारा 14 जनवरी उत्तरायणी बागेश्वर मेले में विपिन दा द्वारा तैयार ब्लू प्रिंट जारी किया। जिसमें राज्य की राजधानी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के नाम पर चंद्र नगर गैरसैण होगा, राज्य की चार कमीशनरी के साथ 108 विधानसभा तथा राज्य के 24 जिले होंगे जारी किया। राज्य की भूमि बचाने के लिए मजबूत भू कानून के साथ राज्य के चौमुखा विकास की अवधारणा के अनुरूप खाका बना था। वक्ताओं नें कहा कि स्व. विपिन चंद्र त्रिपाठी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर लताफत हुसैन, मनोरथ प्रसाद ध्यानी, शांति भट्ट, सुनील कोटनाला,जय प्रकाश उपाध्याय, प्रताप कुंवर,पंकज व्यास, डीडी पंत, विपिन रावतव,मीनाक्षी घिल्डियाल, दीपक रावत, किरण रावत,राजेंद्र बिष्ट, अशोक नेगी,राजेंद्र प्रधान,मीनाक्षी सिंह,देव चंद, बिजेंद्र रावत, श्याम रमोला, अनूप बिष्ट, महिपाल पुंडीर आदि उपस्थित रहे।