1 दिसंबर को मनाई जायेगी मार्गशीर्ष अमावस्या : डॉक्टर आचार्य सुशांत राज

देहरादून। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की सनातन धर्म में अमावस्या का बहुत महत्व होता है। हर एक महीने में अमावस्या तिथि पड़ती है। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पितरों की पूजा अर्चना की जाती है और भगवान शिव की पूजा करने का विधान होता है। मार्गशीर्ष अमावस्या 1 दिसंबर 2024, रविवार को है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृदोष है, तो पितरों का तर्पण करने से शुभ परिणाम मिलते हैं। धार्मिक मान्यता है कि अगहन अमावस्या के दिन पितृगण अपने परिवार को सुख-समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद भी देते हैं। इस दिन भगवान शिव की उपासना करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन शिवलिंग पर शहद को अर्पित करें। कहा जाता है कि शहद चढ़ाने से व्यक्ति को मनचाहे फलों की प्राप्ति होती है और सुख-समृद्धि के साथ-साथ सौभाग्य प्राप्त होता है। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन शिवलिंग पर हल्दी जरुर चढ़ाएं। ऐसा माना जाता है कि हल्दी चढ़ाने से सभी कार्य मंगल होते हैं और ग्रहदोष से भी छुटकारा मिल जाता है। ज्योतिष के अनुसार, हल्दी को ग्रहों की स्थिति की मजबूत करने के लिए सबसे जरुरी माना जाता है। इस दिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से जातक की कुंडली में स्थित चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है और मानसिक परेशानियां भी दूर हो जाती है। जब आप शिवलिंग पर चढ़ाएं तो ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन शिवलिंग पर दही चढ़ाने से जातकों को धन-धान्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जीवन खुशियां आती हैं। इतना ही नहीं, दांपत्ति को संतान सुख का भी आशीर्वाद मिलता है। अमावस्या के दिन शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। अगर आपके वैवाहिक जीवन में कोई परेशानी आ रही है, तो इससे छुटकारा भी मिल जाता है। गन्ने का रस भोलेनाथ को चढ़ाने से जल्द ही प्रसन्न होते हैं।